Latest Love Shayari In Hindi
हमारे पास व्हाट्सएप और फेसबुक स्टेटस के लिए हिंदी (लव शायरी) में लव शायरी का एक विशाल संग्रह है। इन शायरी को प्यार के बारे में हिंदी और अंग्रेजी दोनों लिपि में पढ़ें। अगर दोस्तों आपको हमारी शायरी पसंद आए तो अपने दोस्तों में शेयर करें और हमारे लिए कुछ सुझाव हो तो हमें कमेंट में जरूर बताएं
इस पागल की कायनात तुम हो
Tumhare honge chahne wale Bahut es kaynath me ,
es pagal ki to magar kaynath Bhi tum ho
तुम्हारे होंगे चाहने वाले बहुत इस कायनात में इस पागल की तो मगर कायनात भी तुम हो
चांद भी झांकता है खिड़कियों से
Chand bhi Jhakta Hai khidkiyon se Akshar Meri tanhaiyon ki Charcha Ab To Aasman mein hai
चांद भी झांकता है खिड़कियों से अक्सर मेरी तन्हाईयों की चर्चा तो आसमान में है
उसे भुला दे
Sab Mujhe hi Kahate Hain Ki use Bhula De use Koi Nahin Kahta ki vah mera ho jaaye
सब मुझे ही कहते हैं कि उसे भुला दे उसे कोई नहीं कहता कि वह मेरा हो जाए
कदमों की आहट तो नहीं
Muddat ke bad Ek jhoka Sa mehsoos Hua virane Dil Mein Jindagi Kahin Ye Tere qadmon Ki Aahat To Nahin Hai
मुद्दत के बाद एक झोंका सा महसूस हुआ वीराने दिल में जिंदगी कहीं यह तेरे कदमों की आहट तो नहीं है
खूबसूरत देखूंगी बेकरार नहीं
Aankhon Mein Kajal rakhungi Kisi Ka Intezar Nahin Khubsurat hun main Khubsurat dikhaungi Bekarar Nahin
आंखों में काजल रखूंगी किसी का इंतजार नहीं खूबसूरत हूं मैं खूबसूरत देखूंगी बेकरार नहीं
आंखें तुम पढ़ ना पाए
Bayan karne the bus do Alfaaz Mohabbat Ke Zubaan ne Saat Na Nadiya aur Aankhen Tum padh Na Paye
बयां करने थे बस दो अल्फाज मोहब्बत के जुबा ने साथ ना दिया और आंखे तुम पढ़ ना पाए
मेरी धड़कन मेरी जान हो तुम
Meri Sans meri dhadkan Meri Jaan Ho Tum Ishq Ki shuruaat Hun Main Aur Anjam Ho Tum
मेरी सांस मेरी धड़कन मेरी जान हो तुम इश्क़ की शुरुआत हूं मैं और अंजाम हो तो
बिन तुम्हारे सब अधूरा है
Kuch Bhi likhu Kuch Bhi kahu Bin Tumhare Sab Adhura Hai
कुछ भी लिखू कुछ भी कहूं बिन तुम्हारे सब अधूरा है
मोहब्बत बुरी है
Mohabbat Buri Hai Buri Hai Mohabbat Kahe Ja Rahe Hain Kiye Ja Rahe Hain
मोहब्बत बुरी है बुरी है मोहब्बत कहे जा रहे हैं किए जा रहे हैं
इस कदर जिंदगी संभाली है
Subah Ki Khwahishe Sham Tak Tali Hai Is Tarah Humne Jindagi Sambhali hai
सुबह की ख्वाहिशे है शाम तक टाली है कुछ इस कदर हमने जिंदगी संभाली है
शहजादी से कम नहीं
Dekhne Mein vah bahut Garib Thi Sahab per uski Hansi Kisi Sahjadi Se Kam Nahin thi
दिखने में वह बहुत गरीब थी साहब पर उसकी हंसी किसी शहजादी से कम नहीं थी
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