Bachpan Shayari

कितना झूमते थे, कूदते थे खेत और खलिहानों में ज़िन्दगी कैद हो गई अब शहर के फ्लैट और मकानों में ।

ग़ज़ल। Ak shayari 👈

           सच्चा प्यार उसको कभी नसीब न हो             मेरे जेसा दूनिया मे कोई गरीब ना हो।  …

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